शिवनेरी किले का इतिहास छवि

शिवनेरी किले का इतिहास जानें, जो छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्मस्थान के रूप में प्रसिद्ध है। महाराष्ट्र के जुन्नर में स्थित यह किला मराठा साम्राज्य के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है।

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शिवनेरी किला: छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मभूमि का गौरवशाली इतिहास

शिवनेरी किला, महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित एक ऐतिहासिक और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण किला है. यह किला मराठा साम्राज्य के संस्थापक, छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है, जो इसे महाराष्ट्र के सबसे पूजनीय किलों में से एक बनाता है.

शिवनेरी किले का स्थान और महत्व

पुणे से लगभग 90 किलोमीटर उत्तर में जुन्नर के पास स्थित शिवनेरी किला, सह्याद्री पर्वतमाला की एक विशाल पहाड़ी पर स्थित है. इसकी ऊंचाई लगभग 3,500 फीट है, जो इसे एक प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करती है. किले का रणनीतिक स्थान इसे प्राचीन व्यापार मार्गों को नियंत्रित करने में मदद करता था, जिससे इसका सैन्य और आर्थिक महत्व बढ़ जाता था.

शिवनेरी किले का प्रारंभिक इतिहास

शिवनेरी किले का इतिहास 14वीं शताब्दी से भी पुराना है. इसके निर्माण का श्रेय सातवाहन वंश को दिया जाता है, हालांकि इसका अधिकांश मौजूदा ढांचा संभवतः बाद के शासकों द्वारा बनाया गया था. प्रारंभ में, यह किला यादव वंश के नियंत्रण में था, जिसके बाद यह बहमनी सल्तनत और फिर अहमदनगर सल्तनत के अधीन आ गया.

छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म और किले का स्वर्ण युग

शिवनेरी किले के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण अध्याय 19 फरवरी, 1630 को यहीं पर छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्म से जुड़ा है. उनके पिता, शाहजी भोसले, अहमदनगर सल्तनत के एक प्रमुख सरदार थे, और उनकी माता, जिजाबाई, एक धर्मपरायण और दूरदर्शी महिला थीं. शिवाजी महाराज ने अपने प्रारंभिक वर्ष इसी किले में बिताए, जहाँ उन्हें सैन्य और राजनीतिक शिक्षा मिली. किले के भीतर स्थित 'शिवाई देवी' का मंदिर, जिसके नाम पर शिवाजी का नाम रखा गया था, आज भी श्रद्धा का केंद्र है.

मुगल और मराठा संघर्ष

शिवाजी महाराज के बढ़ते प्रभाव के साथ, शिवनेरी किला मुगलों और मराठों के बीच कई संघर्षों का गवाह बना. हालांकि, यह किला कभी भी सीधे मुगलों के नियंत्रण में नहीं आया जब तक कि औरंगजेब ने इसे 1673 में धोखे से नहीं हथिया लिया. बाद में, यह किला पेशवाओं और फिर अंग्रेजों के अधीन आ गया.

किले की वास्तुकला और देखने योग्य स्थान

शिवनेरी किला अपनी मजबूत दीवारों, विशाल द्वारों और जलकुंडों के लिए प्रसिद्ध है. किले में देखने योग्य प्रमुख स्थान हैं:

शिवाई देवी मंदिर: यह मंदिर किले के भीतर स्थित है और माना जाता है कि इसी देवी के नाम पर शिवाजी महाराज का नाम रखा गया था.

जन्मस्थान स्मारक: यह वह स्थान है जहाँ शिवाजी महाराज का जन्म हुआ था, जिसे अब एक स्मारक के रूप में संरक्षित किया गया है

गंगा-यमुना कुंड: ये किले के भीतर स्थित दो प्रमुख जलकुंड हैं जो किले के लिए पानी का मुख्य स्रोत थे.

सात द्वार: किले में सात प्रवेश द्वार हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना ऐतिहासिक महत्व है.

शिवनेरी किला आज

आज, शिवनेरी किला महाराष्ट्र में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल और ऐतिहासिक स्थल है. यह मराठा साम्राज्य के गौरवशाली अतीत की याद दिलाता है और उन पर्यटकों और इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करता है जो छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन और विरासत के बारे में जानना चाहते हैं. किले तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां हैं, और ट्रेकर्स के लिए यह एक रोमांचक अनुभव प्रदान करता है.

निष्कर्ष

शिवनेरी किला सिर्फ एक प्राचीन संरचना नहीं है; यह एक ऐसा स्मारक है जो महाराष्ट्र के गौरवशाली इतिहास और छत्रपति शिवाजी महाराज के अटूट साहस और नेतृत्व का प्रतीक है. यह हमें प्रेरणा देता है और आने वाली पीढ़ियों को मराठा साम्राज्य की महानता की याद दिलाता रहेगा.