जैसलमेर - राजस्थान का स्वर्ण नगर छवि

राजस्थान का स्वर्ण नगर, अपनी सुनहरी हवेलियों, भव्य किले और रेगिस्तानी सफारी के लिए प्रसिद्ध है। थार मरुस्थल की खूबसूरती और राजस्थानी संस्कृति का अनोखा अनुभव पाएं।

जैसलमेर, जिसे अक्सर "राजस्थान का स्वर्ण नगर" कहा जाता है, अपनी अनूठी सुंदरता और समृद्ध इतिहास के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है। थार रेगिस्तान के बीच स्थित यह शहर अपनी सुनहरी रेत और पीले बलुआ पत्थरों से बनी इमारतों के लिए जाना जाता है, जो सूर्य की रोशनी में सोने की तरह चमकती हैं

जैसलमेर का इतिहास और संस्कृति

जैसलमेर की स्थापना 12वीं शताब्दी में राजपूत शासक महारावल जैसल सिंह ने की थी। यह शहर प्राचीन काल में एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था, जहाँ से रेशम मार्ग के व्यापारी गुजरते थे। इस शहर की दीवारों और हवेलियों पर बनी जटिल नक्काशी इसकी समृद्ध कला और संस्कृति का प्रमाण हैं। यहाँ की संस्कृति में राजस्थानी और थार रेगिस्तान की परंपराओं का मिश्रण देखने को मिलता है। लोक संगीत, नृत्य (जैसे कालबेलिया), और कठपुतली शो यहाँ के मनोरंजन का अभिन्न अंग हैं।

प्रमुख आकर्षण

जैसलमेर में कई ऐसी जगहें हैं जो पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं:

जैसलमेर किला (सोनार किला): यह किला शहर का सबसे प्रमुख आकर्षण है। यह दुनिया के कुछ जीवित किलों में से एक है, जहाँ आज भी लोग रहते हैं। पीले बलुआ पत्थर से बना यह किला शाम की सुनहरी रोशनी में अद्भुत लगता है।

पटवों की हवेली: यह पाँच हवेलियों का एक समूह है, जो अपनी बारीक नक्काशी और सुंदर वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यह हवेली 19वीं शताब्दी में पटवा नामक एक धनी व्यापारी द्वारा बनवाई गई थी।

गड़ीसर झील: यह एक सुंदर मानव निर्मित झील है, जिसके चारों ओर मंदिर और छतरियाँ बनी हुई हैं। यहाँ शाम को नौका विहार का आनंद लिया जा सकता है।

सैम सैंड ड्यून्स: जैसलमेर से लगभग 45 किलोमीटर दूर स्थित ये रेत के टीले थार रेगिस्तान का असली अनुभव देते हैं। यहाँ ऊंट सफारी और जीप सफारी का लुत्फ उठाया जा सकता है, खासकर सूर्यास्त के समय।

कुलधरा गाँव: यह एक परित्यक्त गाँव है, जो 19वीं शताब्दी में रातों-रात वीरान हो गया था। इसे एक रहस्यमयी और भूतिया गाँव माना जाता है, जो पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है।

खान-पान

जैसलमेर का भोजन भी यहाँ की संस्कृति की तरह ही अनूठा है। यहाँ के स्थानीय पकवानों में दाल बाटी चूरमा, गट्टे की सब्जी और कचौरी काफी प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा, यहाँ की बाजरे की रोटी और प्याज की कचौरी का स्वाद लेना न भूलें।

जैसलमेर केवल एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो आपको राजस्थान के गौरवशाली इतिहास, रंगीन संस्कृति और थार रेगिस्तान की शांत सुंदरता से जोड़ता है। यह शहर हर यात्री को अपनी सुनहरी चमक और गर्मजोशी से आकर्षित करता है।